
राज्य स्तरीय लम्पी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम – 15 नए ज़िलों सहित कुल 47 ज़िलों के लाभार्थियों के खाते में पहुंचेंगे 1 करोड़ 76 लाख रूपए की आर्थिक सहायता राशि: प्रमुख शासन सचिव, पशुपालन – किसान महोत्सव में “मुर्रा नर शूरवीर एवं राजा, कड़कनाथ मुर्गा सहित अन्य पशु रहेंगे आकर्षण का केंद्र
जयपुर : पशुपालन विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री विकास सीतारामजी भाले ने समस्त ज़िलों के पशुपालन विभाग के अधिकारीयों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की अध्यक्षता करते हुए बताया कि 15 नए ज़िलों सहित कुल 47 ज़िलों में ‘लम्पी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम” का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान उन्होंने पशुपालन विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिला स्तरीय अन्य विभागों के साथ आवश्यक एवं समुचित समन्वय स्थापित कर सभी पात्र लाभार्थियों तक लाभ पहुंचना सुनिश्चित करें। इस दौरान उन्होंने जिला स्तरीय कार्यक्रम की तैयारियों की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये।
कटारिया ने बताया कि 16 जून को जेईसीसी (जयपुर एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर), सीतापुरा में आयोजित होने वाले राजस्थान किसान महोत्सव के दौरान ‘राज्य स्तरीय लम्पी रोग आर्थिक सहायता वितरण’ कार्यक्रम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में आयोजित किया जायेगा। इसमें 40 से 50 हजार पात्र पशुपालकों को उनके खाते में सीधे हस्तांतरित की जाएगी।
झुंझुनूं जिले के पशुपालकों के खाते में हस्तांतरित होगी लगभग 6 करोड की सहायता राशि
झुंझुनू : गत वर्ष लंबी रोग से हुई दुधारू गोवंशीय पशुओं की मृत्यु से पशुपालकों को हुए नुकसान को राज्य सरकार के द्वारा संवेदनशील से लिया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पशुपालकों को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए लंबी रोग से हुई दुधारू गोवंशीय पशुओं की मृत्यु पर पशुपालकों को 40 हजार प्रति पशु आर्थिक सहायता देने की घोषणा बजट में की गई थी ।
जिला कलक्टर डॉ. खुशाल ने बताया कि 16 जून को जिले के पशुपालकों को मुख्यमंत्री महोदय द्वारा वचुर्अल रूप से आयोजित लंबी स्किन डिजीज आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम के तहत अनुदान राशि की डीबीटी के द्वारा वितरित की जाएगी।
जिला स्तरीय कार्यक्रम 16 जून को प्रातः 11 बजे सूचना केंद्र सभागार में किया जाएगा जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्चुअल रूप से लाभार्थियों से संवाद भी करेंगे । पशुपालन विभाग झुंझुनू के संयुक्त निदेशक डॉ. रामेश्वर सिंह ने बताया कि जिले के 1455 पशुपालकों के खाते में डीबीटी के तहत लगभग 6 करोड़ रूपये की राशि स्थानांतरित किए जाएगी ।
सबसे कम लाभार्थी कोटा से
विभाग को कोटा से 39 और झालावाड़ से 43 पशुपालकों के आवेदन प्राप्त हुए थे। जिसमें से 29-29 लाभार्थियों को सहायता राशि दी जाएगी। वहीं सबसे अधिक नागौर के 3390 पशुपालकों को इसमें शामिल किया गया है। यहां 3394 गोवंश की लम्पी से मौत हुई थी। जयपुर से 2808 पशुपालकों की 2938 गोवंश की मौत के लिए आर्थिक सम्बल दिया जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पशुपालकों को आर्थिक सम्बल प्रदान करने के लिए लम्पी रोग से हुई दुधारू गोवंशीय पशुओं की मृत्यु पर पशुपालकों को 40000 प्रति पशु आर्थिक सहायता राशि देने की बजट घोषणा की थी। इस आर्थिक सहायता से पशुपालकों को न केवल आर्थिक सम्बल मिलेगा बल्कि वे अपने पशुधन में भी वृद्धि कर सकेंगे।
यह है अन्य जिलों की स्थिति
जिला…… पशुपालक…….गोवंश की मौत
अजमेर…..2199……….2356
अलवर…..1483……….1528
बांसवाड़ा…..608…………633
बाड़मेर……2220………..2275
भरतपुर…..1034………..1052
भीलवाड़ा….1517………1645
बीकानेर……1669………1833
बूंदी………..227………..230
चित्तौडगढ़़…631…………660
चूरू……….1601………1699
दौसा……912……….940
धौलपुर…..139……..142
डूंगरपुर….608…..642
हनुमानगढ़…1510……..1518
जयपुर…….2808…..2938
जैसलमेर 507……564
जालौर ..2733……2733
झालावाड़…….29….29
झुंझुनू….1450……1487
जोधपुर…2193…….2511
करौली …301……..307
कोटा…….29….29
कुचामन सिटी..1683…..1783
नागौर.. 3390………3394
पाली…..884……….928
प्रतापगढ़….920…….964
राजसमंद…..920…..964
सीकर 2720……2776
सिरोही …219…..219
श्रीगंगानगर 2383…….2566
सवाई माधोपुर 482………..500
टोंक 1098…….1119
उदयपुर….1230…………1399
कुल…….41950…………43949
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