
पांच हज़ार साल पुरानी तकनीक से लगाए जाएंगे जंगल : कौशल भारद्वाज ने किया ग्रीन लंगस अभियान के पोस्टर का विमोचन
जयपुर (चंद्रकांत बंका)प्रकृति एवं संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन को समर्पित संगठन श्री कल्पतरु संस्थान वर्षों से पर्यावरण संरक्षण सहित विभिन्न सामाजिक सरोकारों को लेकर जमीनी स्तर पर सार्थक प्रयास करता आ रहा है । संस्थान की ओर से एक अद्भुत नवाचार करते हुए शीघ्र ही राजस्थान में भी ग्रीन लंगस अभियान चलाया जाएगा । जिसके अंतर्गत भारत की पांच हज़ार साल पुरानी तकनीक के तहत पौधारोपण होगा । यह अभियान रामायण में देवराई के नाम से जाना जाता है ।


आज डिप्टी कमिश्नर जीएसटी कौशल भारद्वाज ने अभियान के पोस्टर विमोचन करते हुए इसे पर्यावरण संरक्षण दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया । भारद्वाज ने अभियान की ब्रांड एंबेसडर और सामाजिक कार्यकर्ता उमा व्यास के लिए भी वीडियो संदेश जारी करते हुए उनके उत्कृष्ट कार्यो की प्रशंसा की । भारद्वाज ने कहा कि सम्यक क्लासेस भी ऐसे अभियानों का समर्थन करती है और पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे भी सदैव तत्पर रहेगी । उमा व्यास ने कहा कि विशेष रूप से अभियान के तहत विलुप्त होती और स्थानीय प्रजातियों के महत्व को ध्यान में रखते हुए पौधों की 119 स्थानीय प्रजातियां चिन्हित की गई है । जिन्हें इन मानव निर्मित जंगलों में लगाकर संग्रहित किया जाएगा ।
बतादें कि संस्थान ने इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने हेतु सामाजिक कार्यकर्ता उमा व्यास को ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है । विचारणीय यह भी है कि संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व की लगभग 10 लाख पेड़ पौधे और पशु पक्षियों की प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं या विलुप्त हो चुकी हैं। उमा व्यास ने “इंडो नेपाल ग्रीन मिशन” के तहत नेपाल पहुंचकर भारत का प्रतिनिधित्व किया है । उनके उल्लेखनीय कार्यों को देखते हुए वृक्ष मित्र पुरस्कार भी प्रदान किया गया है ।
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