
कथा मे कृष्ण बाल लीला का प्रसंग और गोवर्धन की कथा सुनाई
झुंझुनूं 5 अगस्त।
मुकुंद सेवा सदन मे कलावटिया परिवार द्वारा आयोज़ित श्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ मे पांचवे दिवस मे श्री हरि शरण जी महाराज ने कथा मे कृष्ण बाल लीला का प्रसंग और गोवर्धन की कथा सुनाई और झांकी की प्रस्तुति के साथ छप्पन भोग भी लगाया गया।
बाल लीला की कथा के साथ दही हांडी का कार्यक्रम भी हुआ ।
व्यासपीठ से श्री हरि शरण जी महाराज के द्वारा अपनी कथा के माध्यम से श्रोताओं को श्री कृष्ण भगवान की बाल लीलाओं का प्रसंग सुनाया जिसके अंतर्गत श्री कृष्ण के भगवान के द्वारा अपने बाल शखाओं के साथ गायों को चराने गांव की गोपीकाओ के घरों में घुसकर दूध दही एवं माखन खाने तथा माखन से भरी हुई मटकियों को फोड़ने सहित अन्य बाल लीलाओं की कथा सुनाई जिन्हें सुनकर श्रोता श्री कृष्ण भगवान की बाल लीलाओं को सुनकर भाव विभोर हो गए।
महाराज श्री ने श्रोताओं को अपनी कथा के माध्यम से गोवर्धन लीला का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि राजा इंद्र को अपने आप पर बहुत बड़ा घमंड अभिमान था जिसे चूर चूर करने के लिए श्री कृष्ण भगवान ने गोवर्धन लीला रचाई और ग्रामीणों के साथ गोवर्धन पूजा के लिए गोवर्धन पर्वत पर पहुंच गए। इंद्र भगवान ने जब क्रोधित होकर वर्षा की उस समय श्रीकृष्ण भगवान ने अपनी तर्जनी पर गोवर्धन पर्वत उठाकर ग्रामीणों की रक्षा कर इंद्र भगवान का घमंड तोड़ दिया।
कथा में आयोजक कलावटिया परिवार से सुशीला देवी, सत्येन्द् सतीश, विनोद, योगेश, देवेंद्र, पीयूष, अक्षय, अभय, रवि, प्रदीप, संदीप, सविता, योगिता, त्रिवेणी, मंजु, प्रियसी, शर्मिला, प्रमिला, उर्मिला, प्रतीक्षा, निकिता, अनसूयीया, योगिता, प्रियंका कलावटिया, शिवचरण पुरोहित, कुंदन सिंगडोदिया, शशिकांत पंसारी, रूपेश तुलस्यान, दिनेश ढंढारिया, डॉक्टर डीएन तुलस्यान, पवन देरवाला, विजय कुमार जोशी, रामचंद्र पाटोदा, राजेंद्र व्यास, राकेश व्यास, श्रीमती सुमन, संतोष, अंजु पुरोहित, कैलाश सिंघानिया, निर्मल कुमावत सहित अन्य महिला एवं पुरुष बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
आयोजक सुशीला देवी कलावटिया व संयोजक सत्येन्द्र कलावटिया ने बताया की कल की कथा। मैं कृष्ण रुक्मणी का विवाह प्रसंग सुनाया जायेगा और झाँकी की प्रस्तुति भी होगी
Leave a Reply