
विश्व पर्यावरण दिवस पर खेतड़ी को मिली बहुत बड़ी सौगात
जयपुर के अल्बर्ट हॉल से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खेतड़ी जंगल सफारी का लोकार्पण किया
DFO आर के हुड्डा, रेंजर विजय फगेड़िया के नेतृत्व में लेपर्ड सफारी का कार्य चल रहा है अंतिम चरण में,अभ्यारण में होने लगी है पर्यटकों की आवाजाही
विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष पर खेतड़ी को बहुत बड़ी सौगात मिली, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दी खेतड़ी को नई पहचान, अल्बर्ट हॉल से वर्चुअल उद्घाटन कर लेपर्ड सफारी की दी खेतड़ी को सौगात, सीएम सलाहकार डॉ.जितेंद्र सिंह ने हरी झंडी दिखा कर जंगल सफारी का शुभारंभ किया
वन्य अभ्यारण के बारे में जानकारी देते हुए रेंजर विजय कुमार फगेड़िया ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पर जयपुर के अल्बर्ट हॉल से प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी खेतड़ी के लेपर्ड सफारी पार्क का वर्चुअल लोकार्पण किया, तथा खेतड़ी विधायक डॉ जितेंद्र सिंह समदेड़ा तालाब से हरी झंडी दिखाकर अभ्यारण का शुभारंभ किया। खेतड़ी के बाशिंयाल रिजर्व कंजर्वेशन को लेपर्ड सफारी पार्क नाम दिया गया है खेतड़ी में 2 दर्जन से अधिक लेपर्ड है तथा चिंकारा, भेड़िया, सियार, नीलगाय सहित अन्य वन्य जीव व अनेक तरह के पक्षी विचरण करते हैं।
यह अभ्यारण 70 स्क्वायर किलोमीटर के एरिया में फैला हुआ है इसमें अलग-अलग स्थान पर वॉच टावर, वाटर पॉइंट, व्यूप्वाइंट बनाकर इसे डिवेलप किया गया है। अभ्यारण में जिप्सी के जरिए पर्यटक घूमेंगे यहां पर कैंटीन की सुविधा उपलब्ध होगी साथ ही पर्यटकों के लिए ऑनलाइन टिकट की भी सुविधा उपलब्ध होगी। संमदेडा़ तालाब पर बुकिंग काउंटर बनाया गया है साथ ही यहां पर पीपल बरगद सहित अनेक छायादार वृक्ष लगाकर क्षेत्र को हरा-भरा किया गया है ।
खेतड़ी वन्य अभ्यारण में सालर, गूलर सहित अनेक औषधीय पौधे भी है। इस दौरान पर्यावरण प्रेमी गोपाल कृष्ण शर्मा ने बताया कि खेतड़ी वन्य अभ्यारण की शुरुआत होना खेतड़ी के लिए वरदान साबित होगा क्योंकि सैकड़ों वर्ष पूर्व खेतड़ी विश्व मानचित्र पर अपनी अलग पहचान रखता था पिछले कुछ वर्षों में यह पहचान थोड़ी हल्की पड़ गई थी। जिसको अब विकास के नए पंख लगेंगे खेतड़ी में अजीत विवेक संग्रहालय वन्य अभ्यारण भोपालगढ़ अजीत सागर बांध देखने देश-विदेश के पर्यटक आएंगे। खेतड़ी दिल्ली व जायपुर से आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद होगा ।आने वाले समय में यहां का रोजगार भी पड़ेगा साथ ही यहां पर पर्यावरण के क्षेत्र में भी रेंजर विजय कुमार की टीम बेहद अच्छा कार्य कर रही है। लगातार यहां पर हरे छायादार वृक्ष लगाकर हरित क्रांति का संचार किया जा रहा है।
इसमें एकसाथ 14 वाहनों से 84 पर्यटकों को लेपर्ड सफारी का 20 किमी तक का भ्रमण कराया जा सकेगा। सूचना प्रोद्यौगिकी विभाग की साइट पर रिजर्व क्षेत्र का लिंक जारी कर ऑनलाइन बुकिंग शुरू कर दी गई है। रिजर्व क्षेत्र में ही ई-मित्र टिकट काउंटर भी स्थापित किया गया है। रिजर्व में एंट्री के लिए लोकल निवासियों को 605 रु., देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को 975 रु. और विद्यार्थियों को 525 रुपए एंट्री शुल्क देना होगा।
इस प्रकार रहेगा सफारी संचालन का कार्यक्रम
एक अप्रैल से 30 जून तक पहली पारी में सुबह 6 से 9 बजे, दूसरी पारी में शाम 4 से 7 बजे तक लेपर्ड सफारी चलाई जाएगी। एक अक्टूबर से 31 जनवरी तक प्रथम पारी सुबह 7 से 10 बजे, दूसरी पारी शाम 3 से 6 बजे तक होगी। एक फरवरी से 31 मार्च तक प्रथम पारी सुबह 6.30 बजे से 9.30 बजे तक, दूसरी पारी शाम 3.30 से 6.30 तक चलेगी। वहीं, एक जुलाई से 30 सितंबर तक मानसून सीजन में सफारी संचालन बंद रहेगा।
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