
Rajasthan monsoon 2023 Update : राजस्थान में मानसून का सुस्वागतम् ! प्रदेश के कुछ हिस्सों में रविवार को मानसून की एंट्री हो गई है। इसके साथ ही कई जिलों में झमाझम बारिश का दौर शुरु हो गया है। बांसवाड़ा, कोटा, बारां, झालावाड़, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ सहित कई जगहों पर बारिश हुई। वहीं राजस्थान में तीन जगह आकाशीय बिजली गिरने से चार जनों की मौत हो गई। मौसम विभाग की माने तो राजस्थान में मानसून लाइन उदयपुर, अजमेर, सीकर से गुजर रही है। लाइन के पूर्व में मानसून आ गया है। अगले चार दिन तक पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश होगी। बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर सिस्टम बना है। इससे पूर्वी राजस्थान में भारी, अति भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को 21 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कुछ स्थानों में अति भारी बारिश भी हो सकती है।
राजस्थान में मानसून की एंट्री हो गई ।
35 फीसदी से ज्यादा एरिया में मानसून एक्टिव हो गया। पिछले 24 घंटे में मानसून की बारिश के कारण जगह-जगह बिजली गिरने से चार लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से पाली, चित्तौड़गढ़ में 1-1 और बारां में 2 की मौत हो गई। सड़कों और खेतों में पानी भर गया।
वहीं, प्री-मानसून और बिपरजॉय चक्रवात से बारिश का 28 फीसदी कोटा पहले ही पूरा हो चुका है। मौसम केन्द्र नई दिल्ली ने इस सीजन मानसून में सामान्य से 4-5 फीसदी कम बारिश का अनुमान जताया था, लेकिन शुरुआती डेटा इस बार पूर्वानुमान पर पानी फेरता दिख रहा है।
2 से 4 दिन में पूरे राजस्थान में होगा एक्टिव
राजस्थान में भले ही इस बार मानसून के देरी से आने की भविष्यवाणी की जा रही थी, लेकिन ये सब फेल हो गई। मानसून ने अपने निर्धारित समय से केवल एक दिन की देरी से ही राज्य में प्रवेश किया है। सामान्यत: राजस्थान में मानसून एंट्री 24 जून मानी जाती है। पिछले साल मानसून की एंट्री 30 जून को हुई थी।
मौसम केंद्र जयपुर के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा के मुताबिक पूरे राजस्थान में मानसून के एक्टिव होने में 2 से 4 दिन का समय लग सकता है। इस मानसून सीजन में बारिश सामान्य या उससे कम होने का पूर्वानुमान है।
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देश में यहां से गुजर रही मानसून लाइन
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून 25 जून को राजस्थान के कुछ हिस्सों में प्रवेश कर गया है। मानसून की उत्तरी सीमा वेरावल, वल्लभ विद्यानगर, उदयपुर, नारनौल, अंबाला और कटरा से गुजर रही है। अगले दो दिन के भीतर गुजरात, हरियाणा, पंजाब के कुछ हिस्सों और जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों से आगे की तरफ बढ़ेगा। मानसून के प्रवेश के साथ राजस्थान में उदयपुर, कोटा, भरतपुर और जयपुर संभाग के कुछ हिस्से में बारिश शुरू होगी। कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है।
इन जिलों में सोमवार का बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, सवाईमाधोपुर, सीकर, टोंक और उदयपुर में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है।
8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
मौसम केन्द्र जयपुर ने 26 से 28 जून तक राजस्थान में अच्छी बारिश होने का अनुमान जताया है। दक्षिण राजस्थान के 8 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इनमें बारां, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़ और उदयपुर शामिल हैं। जबकि पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, जोधपुर, नागौर, पाली और श्रीगंगानगर को छोड़कर शेष जिलों में 26 से 28 जून तक अच्छी बारिश होने का अनुमान है।
राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड जिला मुख्यालय झुंझुनू स्काउट ग्रीष्मकालीन अभिरुचि कला कौशल शिविर संपन्न
सीखे हुए को जीवन में उतारे टीबडेवाल
आत्मनिर्भर बनाती है स्काउटिंग- डॉ. ढाका
झुंझुनू, 25 ,जून राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड जिला मुख्यालय झुंझुनू के तत्वावधान में दिनांक 17 मई से 25 जून तक संचालित ग्रीष्मकालीन अभिरुचि कला कौशल प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह है स्काउट गाइड कार्यालय में समाजसेवी एवं स्काउट गाइड के राज्य उपाध्यक्ष श्री आत्माराम टिबडेवाल के मुख्य आतिथ्य एवं प्रभारी सहायक जिला कमिश्नर डॉ. नवीन ढाका की अध्यक्षता में समारोहपूर्वक आयोजित किया गया।
शिविर संचालक एवं सी.ओ. स्काउट महेश कालावत ने बताया कि शिविर में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के 225 छात्र छात्राओं, रोवर्स रेंजर्स, स्काउट्स गाइड्स ने नृत्य, पेंटिंग, मेहंदी, स्पोकन इंग्लिश सिलाई, ब्यूटी पार्लर, गीत संगीत, वाद्य यंत्र, आपदा प्रबंधन, प्राथमिक चिकित्सा सहित विभिन्न साहसिक गतिविधियों में प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने आपको भविष्य जीवन के लिए तैयार करने हेतु पूर्ण मनोयोग से सीखा है।
इस अवसर पर सभी शिविरार्थियों को अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में जैव विविधता तंबाकू निषेध दिवस, विश्व पर्यावरण दिवस सहित विभिन्न विषयों में आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को भी स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया!
इस दौरान डॉ. नवीन ढाका ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि स्काउटिंग के माध्यम से रचनात्मक कार्य एवं कौशल विकसित कर छात्र-छात्राओं में अपने आप को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है जो कि भविष्य जीवन की जीविकोपार्जन का साधन बनेगी! इस दौरान डॉ. ढाका ने कहा कि स्काउटिंग गाइड जीवन जीने की कला सिखाती है यहां पर बालक बालिकाओं का रचनात्मक कार्यों के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, सामाजिक, मानसिक विकास किया जाता है ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए स्काउट गाइड के राज्य उपप्रधान आत्माराम टिबड़ेवाल ने कहा कि यहां से जो कुछ सीखा गया उसको जीवन में उतारने पर नन्हे मुन्ने बच्चे स्वावलंबी बनेंगे तथा हमारा देश उत्तरोत्तर प्रगति करेगा।
आत्माराम ने कहा कि स्काउटिंग गाइडिंग के माध्यम से समाज सेवा के विभिन्न कार्यक्रम किए जा रहे हैं जो कि अपने आप में तारीफ ए काबिल है ।सी ओ गाइड एवं शिविर संचालिका सुभीता महला ने कहा कि शिविर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले रोवर रेंजर एवं विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। समापन समारोह के दौरान संभागियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बेहतरीन प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया ।
कार्यक्रम में अलसीसर सचिव रामचंद्र मीणा, कोषाध्यक्ष रामसिंह कुलहरी ,जय प्रकाश चौधरी ,जसवंत सिंह मीणा, राजेश कुमार ,सुनीता बेनीवाल, पिंकी धायल, गुंजन मिश्रा, आकाश, अमरचंद बियान, दिनेश लखटकिया, संजू कुमावत ,प्रीति कुमावत, मोहम्मद जाबिर, जितेंद्र सिंह, रोहित कुमार , शिव प्रकाश सहित शिविर के संभागीय उपस्थित रहे ।
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