समाज के सर्वांगीण विकास के लिए आने वाली पीढ़ी में शिक्षा का उच्च स्तर होना अति आवश्यक है : केके गुप्ता

समाज के सर्वांगीण विकास के लिए आने वाली पीढ़ी में शिक्षा का उच्च स्तर होना अति आवश्यक है : केके गुप्ता,

भारत सरकार के नवोदय विद्यालय में अपने बालक का प्रवेश सुनिश्चित करके देश के भविष्य को मजबूत बनाएं : केके गुप्ता


नवोदय विद्यालय समिति द्वारा कक्षा 6 के लिए प्रवेश परीक्षा आवेदन की अंतिम तिथि 10 अगस्त निर्धारित

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उदयपुर। किसी भी समाज के सतत सर्वांगीण विकास के लिए यह आवश्यक है कि उनकी आने वाली पीढिय़ो की शिक्षा का स्तर न केवल अच्छा हो परंतु प्रसांगिक, रोजगार-सहायक तथा नवीनतम तकनीक समावेशी हो। इस लक्ष्य की प्राप्ति कठिन नहीं है, इसे आसानी से सुनिश्चित किया जा सकता है।

यह उद्गार स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण भारत सरकार एनएसएससी के सदस्य तथा उदयपुर संभाग के प्रमुख समाजसेवी श्री केके गुप्ता ने व्यक्त किए हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में यदि कोई बालक कक्षा 5 में सरकारी ग्रामीण विद्यालय में पढ़ाई कर रहा है तो उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि को आर्थिक रूप से कमजोर मानने में मोटे तौर पर कोई गलत परिकल्पना नहीं होगी अत: सर्वप्रथम वर्तमान में कक्षा 5 में ग्रामीण सरकारी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को लक्ष्य कर यदि हम कोई दीर्घकालीन एप्रोच/ स्ट्रेटजी तैयार करते हैं तो उसके परिणाम अवश्य ही सकारात्मक आयेंगे। यदि वर्तमान में कक्षा 5 में सरकारी ग्रामीण विद्यालयों में पढ़ रहे बालकों को इस वर्ष आयोजित हो रही कक्षा 6 के लिए नवोदय विद्यालयों में प्रवेश के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षाओं में इनको भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर इन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए सामग्री उपलब्ध करवाकर इस प्रवेश परीक्षा में उनकी सफलता में सहायता करके प्रवेश परीक्षा में सफलता उपरांत उनके परिजनों को समझाकर इन नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 में प्रवेश दिलवाने में प्रोत्साहित कर, प्रवेश सुनिश्चित करवाना अच्छा कार्य होगा

उन्होंने कहा कि बालक के कक्षा 6 में नवोदय विद्यालय में प्रवेश उपरांत 3 वर्ष अर्थात कक्षा 6, 7 और 8 के दौरान उसे अपनी रुचि/अभिरुचि की पहचान करने के लिए उचित समय वातावरण एवं संसाधन आसानी से उपलब्ध हो पाएंगे। कक्षा 9 और 10 के दौरान बालक अपनी रुचि/अभिरुचि के विषय में के बारे में और गहराई से जानकारी कर सकेगा। इससे उसके कक्षा 11 और 12 में प्रवेश से पूर्व उसे यह एहसास होगा कि उसे किस दिशा दिशा में जाना है। बालक में रुचि के विषय में स्नातक स्तर की शिक्षा से पूर्व कोई भी रोजगार-परक क्षमता  विकसित होने की संभावना कम होती है। मनवांछित विषय से स्नातक हेतु अनिवार्य प्रवेश परीक्षा आदि के लिए सामान्यत कक्षा 11 एवं 12 के दौरान बालक द्वारा तैयारी की जाती है। कक्षा 11 एवं 12 की पढ़ाई मनवांछित एवं स्वयं के रुचि के विषयों के साथ किया जाना आवश्यक है।

– नवोदय विद्यालयों में प्रवेश

नवोदय विद्यालयों में प्रवेश केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित चयन परीक्षा के आधार पर दिया जाता है। इस परीक्षा को जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (ज.न.वि. चयन परीक्षा) कहा जाता है। यह चयन परीक्षा वस्तुनिष्ठ एवं लिखित रूप में होती है तथा इसे यह सुनिश्चित करते हुए तैयार किया जाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभाशाली बच्चे, किसी असुविधा के बिना इस परीक्षा में प्रतिस्पर्द्धा कर सकें। केवल संबंधित जिले के वास्तविक निवासी उम्मीदवार जहाँ जवाहर नवोदय विद्यालय स्थापित है, प्रवेश के लिए आवेदन करने के पात्र हैं । प्रवेश के समय अस्थाई रूप से चयनित उम्मीदवार के माता-पिता को उसी जिले का जहाँ उम्मीदवार ने कक्षा-5 में अध्ययन किया है। परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले, आप बच्चों को सबसे पहले इसके सिलेबस का पूरी तरह से विश्लेषण कर उसकी जानकारी बच्चों को दें। इससे उनको उस विषय को जानने में मदद मिलेगी, जिसे उनको अध्ययन करना है। फिर प्रत्येक विषय का वेटेज जानने के लिए जेएनवीएसटी कक्षा 6वीं और 9वीं के परीक्षा पैटर्न की भी जानकारी दें। सिलेबस की जानकारी देने के बाद आप बच्चों के लिए टाइम टेबल बनाए। इस दौरान ध्यान रखें कि वे आप बच्चों के मजबूत और कमजारे विषय के अनुसार टाइम का बटंवारा करें। इसके अनुसार उनकी तैयारी शुरू करें। पढ़ाई के दौरान समय-समय पर बच्चों को ब्रेक भी लेने को कहें। इस परीक्षा की तैयारी के दौरान ध्यान रखें कि बच्चे विषयों का रटा बिल्कुल न मारें, इसकी जगह उसे समझने की कोशिश करें। गणित के सूत्रों का नोट बनाएं, वहीं तर्कशक्ति परीक्षण के प्रश्नों को समझने की कोशिश करें, तभी सफलता मिलेगी। परीक्षा में गणित विषय पर जोर देना बहुत ही जरूरी है, क्योंकि परीक्षा में बच्चे अधिकतम गणित विषय पर सवाल को अच्छे से बना नहीं पाते हैं। इसलिए जब भी आप बच्चों को पढ़ाते हैं, गणित विषय पर ज्यादा फोकस करें। ताकि बच्चे उसको अच्छे से समझ जाए और 25 अंकों में से ज्यादा से ज्यादा अंक हासिल करने का टारगेट बनाए। सिलेबस की पढ़ाई के दौरान अगर आपको कोई टॉपिक समझ नहीं आ रहा तो बेझिझक दूसरों की मदद लें। इसमें आपके पिता, भाई और शिक्षक हो सकते हैं। साथ ही अपने अनुभव का उपयोग करने के लिए जेएनवीएसटी परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले वरिष्ठों से बात करें। वहीं, कक्षा छठवीं में प्रवेश पाने के लिए बच्चों की उम्र बहुत ही कम रहती है। वे पढ़ाई में ज्यादा फोकस नहीं कर पाते, इसलिए माता-पिता को मदद करनी पड़ती है। बच्चों की तैयारी के दौरान माता-पिता को ध्यान रखना चाहिए कि उनकी तैयारी एक ऐसे बुक से कराएं, जिसमें किसी गणितीय सवालों को हल करने के चित्रों द्वारा या तर्कशक्ति के सवालों को हल करने के लिए चित्रों द्वारा बहुत ही सरल रूप में दिया गया हो। यानी कि ऐसे बुक का हमेशा चयन करें जो सरल भाषा में बच्चों को समझाएं और पेरेंट्स को भी वह बुक पढऩे में समझ में आ जाए।


नवोदय विद्यालय में पढऩे के लाभ क्या- क्या है?

नवोदय विद्यालय की सभी शिक्षकों का पढ़ाने का तरीका बेहतर होता है। नवोदय विद्यालय के टीचर्स पीजीटी टीजीटी पास होते हैं। यहां पर प्रत्येक विषय के लिए 3 से 4 शिक्षक होते हैं यदि किसी एक शिक्षक से समझ नहीं आया तो दूसरे शिक्षक के द्वारा आप पढ़ सकते हैं यहां पर प्रत्येक घंटों के अनुसार पीरियड को बांटा गया है। कुछ घंटों में टीचर का बदलाव होते रहता है और यहां पर सभी विषय को पढ़ाए जाते हैं अलग-अलग शिक्षक के द्वारा नवोदय विद्यालय के सभी शिक्षक अनुभव वाले होते हैं। बढिय़ा वातावरण यानी कि असल में कहा जाए तो माहौल यहां के माहौल बहुत ही अच्छा होता है अब पढ़ाई की बात करें, खेलने की बात करें सभी खुले में स्वछ होते है। अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा यहां के वातावरण में मिलती है। पढ़ाई के क्षेत्र में वातावरण बहुत मायने रखते हैं यदि आप सही वातावरण या माहौल में रहकर पढ़ाई करते हैं आपकी पढ़ाई अच्छी होती हैं और सफलता की ओर आगे बढ़ते हैं। नवोदय विद्यालय में शुरुआती दौर से ही हर तरह चीजों की तैयारी करवाया जाता है। यहां पर बच्चों को सभी प्रकार के स्किल्स दिए जाते हैं। एवं समय-समय पर कंपटीशन एग्जाम की तैयारी भी करवाई जाती है। इसके साथ ही कंपटीशन एग्जाम का भी आयोजन किया जाता है ताकि बच्चों को अच्छे तरीके से तैयार किया जाए। यहां पर कई प्रकार की स्किल दिए जाते हैं जैसे कि बात करने का तरीका, बोलने का तरीका, स्पोर्ट्स, पर्सनालिटी इत्यादि प्रकार के स्किल्स दिए जाते हैं एवं उन्हें कला सीखने के लिए भी प्रेरित करते हैं। जवाहर नवोदय विद्यालय में उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षा प्रदान की जाती है। यहां पर किताबी ज्ञान के अलावा अन्य चीजों के बारे में भी बेहतर ढंग से सिखाया जाता है ताकि एक विद्यार्थी सही ढंग से शिक्षा ग्रहण करें और अपने स्किल्स के दम पर आगे बढ़ें। नवोदय विद्यालय के बच्चे हॉस्टल में रहते हैं। नवोदय विद्यालय में पढऩे वाले विद्यार्थियों के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि यहां पर छात्रावास में जाने की सुविधा प्रदान की जाती है।

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